कंटक चुनचुन पंथ बनाते फिर भी ना मिलता मधुशाला। कंटक चुनचुन पंथ बनाते फिर भी ना मिलता मधुशाला।
तय कर लो, फिर तुम रुको नहीं, नदी के जीवन का भेद यही। तय कर लो, फिर तुम रुको नहीं, नदी के जीवन का भेद यही।
जीवन के इस पथ पर तू चल, हो निडर। जीवन के इस पथ पर तू चल, हो निडर।
राहों में काँटे तो होंगे, लेकिन अपने पथ पर निरन्तर बढ़ते चलो... राहों में काँटे तो होंगे, लेकिन अपने पथ पर निरन्तर बढ़ते चलो...
हौसलों की उड़ान में,इरादों को मकसद बनाकर तो देखो। प्रगति पथ पर तुम, हिम्मत से कदम उठाकर तो देखो। ... हौसलों की उड़ान में,इरादों को मकसद बनाकर तो देखो। प्रगति पथ पर तुम, हिम्मत से ...
जल्दी-जल्दी चल सखे, अभी न ले विश्राम... जल्दी-जल्दी चल सखे, अभी न ले विश्राम...